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"कुछ मेरी वफ़ादारी का इनआम दिया जाए / मुनव्वर राना" के अवतरणों में अंतर

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कुछ मेरी वफादारी का ईनाम दिया जाये
 
इल्जाम ही देना है तो इल्जाम दिया जाये
 
  
ये आपकी महफिल है तो फिर कुफ्र है इनकार
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कुछ मेरी वफ़ादारी का इनआम  दिया जाये
ये आपकी ख्वाहिश है तो फिर जाम दिया जाये
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इल्ज़ाम ही देना है तो इल्ज़ाम दिया जाये
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ये आपकी महफ़िल है तो फिर कुफ़्र  है इनकार
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ये आपकी ख़्वाहिश  है तो फिर जाम दिया जाये
  
 
तिरशूल कि तक्सीम अगर जुर्म नहीं है
 
तिरशूल कि तक्सीम अगर जुर्म नहीं है
 
तिरशूल बनाने का हमें काम दिया जाये
 
तिरशूल बनाने का हमें काम दिया जाये
  
कुछ फिरकापरस्तों के गले बैठ रहे हैं
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कुछ फ़िरक़ापरस्तों के गले बैठ रहे हैं
सरकार इन्हें रौगने बादाम दिया जाये
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सरकार ! इन्हें रोग़ने- बादाम दिया जाये.

08:39, 10 जनवरी 2009 के समय का अवतरण


कुछ मेरी वफ़ादारी का इनआम दिया जाये
इल्ज़ाम ही देना है तो इल्ज़ाम दिया जाये

ये आपकी महफ़िल है तो फिर कुफ़्र है इनकार
ये आपकी ख़्वाहिश है तो फिर जाम दिया जाये

तिरशूल कि तक्सीम अगर जुर्म नहीं है
तिरशूल बनाने का हमें काम दिया जाये

कुछ फ़िरक़ापरस्तों के गले बैठ रहे हैं
सरकार ! इन्हें रोग़ने- बादाम दिया जाये.