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"कैसे खेले जइबू सावन में कजरिया / भोजपुरी" के अवतरणों में अंतर

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कैसे खेले जइबू सावन में कजरिया
 
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बदरिया घेरि आइल ननदी<br>
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तू तौ जात हौ अकेली
 
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कौनो संग न सहेली
 
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गुण्डा रोकि लींहें तोहरी डगरिया
 
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भौजी बोलेलू तू बोली
 
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सुनिके लागल हमरा गोली
 
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काहे पड़ल बाड़ू हमरी नगरिया
 
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केतने दामुल फाँसी चढ़िगे
 
केतने दामुल फाँसी चढ़िगे

13:38, 21 सितम्बर 2013 के समय का अवतरण

   ♦   रचनाकार: अज्ञात

कैसे खेले जइबू सावन में कजरिया
बदरिया घेरि आइल ननदी

तू तौ जात हौ अकेली
कौनो संग न सहेली
गुण्डा रोकि लींहें तोहरी डगरिया
बदरिया घेरि आइल ननदी

भौजी बोलेलू तू बोली
सुनिके लागल हमरा गोली
काहे पड़ल बाड़ू हमरी नगरिया
बदरिया घेरि आइल ननदी

केतने दामुल फाँसी चढ़िगे
केतने गोली खाके मरिगे
केतने पीसत होइहैं जेल में चकरिया
बदरिया घेरि आइल ननदी