भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"कैसे खेले जइबू सावन में कजरिया / भोजपुरी" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
(नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKLokRachna |रचनाकार=अज्ञात }} {{KKLokGeetBhaashaSoochi |भाषा=भोजपुरी }} <poem> कैसे खेले …) |
Sharda suman (चर्चा | योगदान) |
||
पंक्ति 2: | पंक्ति 2: | ||
{{KKLokRachna | {{KKLokRachna | ||
|रचनाकार=अज्ञात | |रचनाकार=अज्ञात | ||
− | }} | + | }}{{KKCatBhojpuriRachna}} |
{{KKLokGeetBhaashaSoochi | {{KKLokGeetBhaashaSoochi | ||
|भाषा=भोजपुरी | |भाषा=भोजपुरी | ||
पंक्ति 8: | पंक्ति 8: | ||
<poem> | <poem> | ||
कैसे खेले जइबू सावन में कजरिया | कैसे खेले जइबू सावन में कजरिया | ||
− | बदरिया घेरि आइल ननदी | + | बदरिया घेरि आइल ननदी |
तू तौ जात हौ अकेली | तू तौ जात हौ अकेली | ||
कौनो संग न सहेली | कौनो संग न सहेली | ||
गुण्डा रोकि लींहें तोहरी डगरिया | गुण्डा रोकि लींहें तोहरी डगरिया | ||
− | बदरिया घेरि आइल ननदी | + | बदरिया घेरि आइल ननदी |
भौजी बोलेलू तू बोली | भौजी बोलेलू तू बोली | ||
सुनिके लागल हमरा गोली | सुनिके लागल हमरा गोली | ||
काहे पड़ल बाड़ू हमरी नगरिया | काहे पड़ल बाड़ू हमरी नगरिया | ||
− | बदरिया घेरि आइल ननदी | + | बदरिया घेरि आइल ननदी |
केतने दामुल फाँसी चढ़िगे | केतने दामुल फाँसी चढ़िगे |
13:38, 21 सितम्बर 2013 के समय का अवतरण
♦ रचनाकार: अज्ञात
भारत के लोकगीत
- अंगिका लोकगीत
- अवधी लोकगीत
- कन्नौजी लोकगीत
- कश्मीरी लोकगीत
- कोरकू लोकगीत
- कुमाँऊनी लोकगीत
- खड़ी बोली लोकगीत
- गढ़वाली लोकगीत
- गुजराती लोकगीत
- गोंड लोकगीत
- छत्तीसगढ़ी लोकगीत
- निमाड़ी लोकगीत
- पंजाबी लोकगीत
- पँवारी लोकगीत
- बघेली लोकगीत
- बाँगरू लोकगीत
- बांग्ला लोकगीत
- बुन्देली लोकगीत
- बैगा लोकगीत
- ब्रजभाषा लोकगीत
- भदावरी लोकगीत
- भील लोकगीत
- भोजपुरी लोकगीत
- मगही लोकगीत
- मराठी लोकगीत
- माड़िया लोकगीत
- मालवी लोकगीत
- मैथिली लोकगीत
- राजस्थानी लोकगीत
- संथाली लोकगीत
- संस्कृत लोकगीत
- हरियाणवी लोकगीत
- हिन्दी लोकगीत
- हिमाचली लोकगीत
कैसे खेले जइबू सावन में कजरिया
बदरिया घेरि आइल ननदी
तू तौ जात हौ अकेली
कौनो संग न सहेली
गुण्डा रोकि लींहें तोहरी डगरिया
बदरिया घेरि आइल ननदी
भौजी बोलेलू तू बोली
सुनिके लागल हमरा गोली
काहे पड़ल बाड़ू हमरी नगरिया
बदरिया घेरि आइल ननदी
केतने दामुल फाँसी चढ़िगे
केतने गोली खाके मरिगे
केतने पीसत होइहैं जेल में चकरिया
बदरिया घेरि आइल ननदी