मैथिली लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
कोना कऽ चरण पखारू हे छोट बभना के
हमर धिया छथि सोइतक बेटी
अहाँ छोट लोकक बेटा हे, छोट बभना के कोना ....
सुनू-सुनू ओझा बात, रुपैया लियऽ हाथ
अपन बहिनि करू दान, हमर भइया लय
सुनू-सुनू सरहोजि बात, नै अछि रुपैया पैसा हाथ
भइया लयलहुँ साथ, छोटकी सारि लय