Last modified on 27 जून 2017, at 22:40

कोनीं लाधै बै दिन / हनुमान प्रसाद बिरकाळी

आशिष पुरोहित (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 22:40, 27 जून 2017 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=हनुमान प्रसाद बिरकाळी |अनुवादक= |...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

अब कोई सोधै
उण दिनां नै
जिका खुद
हाथां गमा दिया
जिण दिनां में होंवता
हेत अर प्रीत
नाच अर गीत
लीर-लीर कुड़ती में
धपटवों सुख
मा री गाळां
घी री नाळां
बाप री धोळ
ऐवड़ रा टोळ
कोनीं लाधै
अब मोकळो फिरोळ!