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कोशिशें उतनी ही कीजिए जितनी कि... / ऋतु त्यागी

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कोशिशें उतनी ही कीजिए
जितनी कि ज़िंदगी के कैलेन्डर में तारीख़ें
मसलन पैदाइश से लेकर
मौत तक के आंकड़ों का सफ़र
जन्मतिथि से पुण्यतिथि तक का सफ़र
और इस बीच भूख मिटाने से लेकर
सिर पर छप्पर तक की कोशिशों का दौर
अहसासों के चिरागों को
जलाये रखने की कुछ ज़िदा कोशिशें
बल्कि यूँ कहिये मियाँ
कि हम सब तारीख़ों में क़ैद हैं
और तारीख़ें मौत के बाद
यादों के मंज़र में भटकती रूहें
जिनके ठिकाने
किसी गुमशुदा याद की तरह
कभी नहीं मिलते ।