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कोसां तांई तपता धोरा देखो / सांवर दइया
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कोसां तांई तपता धोरा देखो
सूखै गळो बळै पग दोरा देखो
थांरा दिया चिणा चाखणिया कैवै
लागै आक चाबणा सोरा देखो
आभै उडती चिड़ी सड़क पड़ बोली
भळै बावडै ऐ दिन दोरा देखो
कागद कैवै कुवो, पण कोनी अठै
सोध-सोध हुवै लोग दोरा देखो
काळी स्याही सूं कलम कथै कूड़
ऐ मन-कागद पड़्या कोरा देखो