बाढ़ राहत शिविर में कोई गहरे आहत हुआ
तो कोई मनभर खुशियों से तर ब तर भी
मसलन
एक बाल बच्चेदार चाची भतीजे के उन्मत्त जोडे़ के
उद्दाम प्रेम का गवाह भी बना
कोई राहत शिविर
तो वहीं पहले के जुदा जुदा विवाह स्वाद को
अब एक अलग जायके में बांध
यह नया गठबंधन
एक जोड़ा जनों को अजोड़ा असहाय बना
स्थायी आघात दे जीवन स्वाद बिगाड़ गया
यही अस्थायी राहत निविड़ ।
29.9.08