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क्या बचा है शेष ? / आन्ना अख़्मातवा

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अब इस
भरी-पूरी दुनिया में
क्या बचा है शेष ?

शेष बची है रोटी
बचे हुए के वास्ते

शेष बचे हैं बोल
रसभरे मीठे घोल

शेष बची है दो टुक
चिड़िया की चहचहाट
टी-बी-टी-टुट-टुट

(1941)

मूल रूसी भाषा से अनुवाद : सुधीर सक्सेना