भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"खड़ी बोली लोकगीत" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
 
{{KKGlobal}}
 
{{KKGlobal}}
 
{{KKLokGeetBhaashaSoochi}}
 
{{KKLokGeetBhaashaSoochi}}
<sort order="asc" class="ul">
 
* [[मेरी पसली में दरद हुया री मेरी माँ / खड़ी बोली]]
 
 
* [[कित रै गये थे पिया रात ने / खड़ी बोली]]
 
* [[कित रै गये थे पिया रात ने / खड़ी बोली]]
 
* [[बारह बरस में री जोगी आयो रे / खड़ी बोली]]
 
* [[बारह बरस में री जोगी आयो रे / खड़ी बोली]]
पंक्ति 45: पंक्ति 43:
 
* [[कोऊ दिन उठ गयो मेरा हाथ / खड़ी बोली]]
 
* [[कोऊ दिन उठ गयो मेरा हाथ / खड़ी बोली]]
 
* [[माई री मैं टोना करिहों / खड़ी बोली]]
 
* [[माई री मैं टोना करिहों / खड़ी बोली]]
</sort>
 

03:52, 11 सितम्बर 2016 का अवतरण