भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

ख़ुद अपनी आँख से / विष्णु खरे

Kavita Kosh से
Lalit Kumar (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 10:56, 20 सितम्बर 2018 का अवतरण

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

ख़ुद अपनी आँख से
General Book.png
क्या आपके पास इस पुस्तक के कवर की तस्वीर है?
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
रचनाकार विष्णु खरे
प्रकाशक जयश्री प्रकाशन, दिल्ली-110032
वर्ष 1980
भाषा हिन्दी
विषय कविता
विधा
पृष्ठ 80
ISBN
विविध
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।
  • अव्यक्त / विष्णु खरे
  • गर्मियों की शाम / विष्णु खरे
  • हँसी / विष्णु खरे
  • प्रारंभ / विष्णु खरे
  • अकेला आदमी / विष्णु खरे
  • मौसम / विष्णु खरे
  • नर्तकी / विष्णु खरे
  • वर्ष-राग /विष्णु खरे
  • दिनचर्या / विष्णु खरे
  • राहत / विष्णु खरे
  • मृत्यु / विष्णु खरे
  • अंतिम / विष्णु खरे
  • कोशिश / विष्णु खरे
  • अर्थ / विष्णु खरे
  • अंतिम आदमी / विष्णु खरे
  • दृष्टिभ्रम / विष्णु खरे
  • उल्लू / विष्णु खरे
  • दुःस्वप्न / विष्णु खरे
  • मुकाबला / विष्णु खरे
  • लड़की / विष्णु खरे
  • वह / विष्णु खरे
  • दोस्त / विष्णु खरे
  • एक चीज़ के लिए / विष्णु खरे
  • कार्यकर्त्ता / विष्णु खरे
  • देर से आने वाले लोग / विष्णु खरे
  • दूरबीन / विष्णु खरे
  • कूकर / विष्णु खरे
  • गूँगा / विष्णु खरे
  • शाप / विष्णु खरे