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खेजड़ी अर गोगो / ओम पुरोहित कागद

थान गोगै रो
खेजड़ी रै
पेड्डी ओट
पण
ओट गोगै री
जीया-जूण नै।

काईं ठाह
कुण नै
किण री ओट!

खेजड़ी अर गोगो
अटल हरमेस।