आपके जिस्म पर कमीज़ रही
ये तो इस क़ौम की तमीज़ रही
साकिन-ए-हिन्द जो रिआया है
मोहतरम आपकी कनीज़ रही
ये ज़िनां को मुआफ़ कर देगी
इसमें कमबख़्त यही चीज़ रही ।
आपके जिस्म पर कमीज़ रही
ये तो इस क़ौम की तमीज़ रही
साकिन-ए-हिन्द जो रिआया है
मोहतरम आपकी कनीज़ रही
ये ज़िनां को मुआफ़ कर देगी
इसमें कमबख़्त यही चीज़ रही ।