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गाम / गुंजनश्री

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अप्पन गाम आब
ओ गाम नै रहलहुँ दोस!
अपना गाम मे आई-काल्हि
साइकिलिया छौड़ी सब के करै छै पछोड़
स्कूलक गेट धरि
गमैये छौड़ा सब, आ
बेधैत रहै छै भरि रास्ता
कांचे चिबा जाइ बला नजरि सँ,
आ स्कुलो की कोनो स्कुल रहलै आब
की जाहि मे अपना सब पढ़य जइयै
ताहि दिन होइत छलै पढ़ाई-लिखाई
आब स्कूलक पकिया बाथरूम मे
पकड़ल जाइ छैक दसमा किलासक
मुसाई बाबूक बेटी, राकेशबा संगे,
रहरहाँ होइत छैक बरामद
नौमा किलासक छौड़ा सबहक बस्ता सँ
थक्का के थक्का कंडोम,
आ अठमा सँ नीचाँ के बच्चा सब के त'
छैके नै कोनो माने-मतलब
स्कुल-तिस्कुल सँ
ओ त' बौआइत रहैत अछि
लाइव ब्लूफिल्म बनेबा के जोगार मे
गामक कतेको बाथरूम के खोधली मे
कैमरा लगेने ओ रिकॉर्ड करै छैक वीडियो
आ साँझ क' चौक पर सब छौड़ा
शेयर करै छैक एंड्राइड मोबाइल सँ,

एकटा बात बुझलिहि दोस!
ओ जे बच्चिया रहौ दीना भाई के बेटी
जकरा अपना सब खूब खेलबियै कोरा मे
से भागि गेलै गामक सम्बन्ध मे पितियौतक संगे
आब त' एक बर्ख सँ बेसिये भ' गेलै पड़ेला
जानि ने कत्त आ कोना हेतैक दुनु...

ऐं रौ दोस!
ओकरा दुनूक संतान
अपना सबहक के हेतौ?