भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"गुंजनश्री / परिचय" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
पंक्ति 1: पंक्ति 1:
 
{{KKGlobal}}
 
{{KKGlobal}}
 
{{KKRachnakaarParichay
 
{{KKRachnakaarParichay
|रचनाकार=गुंजन श्री
+
|रचनाकार=गुंजनश्री
 
}}
 
}}
 
मगध विश्वविद्यालय सँ कम्प्यूटरक क्षेत्र मे शिक्षा-दीक्षा प्राप्त कयनिहार गुंजन श्री जावा लेंगवेजक प्राॅफेशनल छथि। सम्प्रति पटना मे रहैत छथि। मिजाज सँ कवि छथि मुदा कविताक संग-संग कथा, समीक्षा, गजल, कहमुकरी आदि-आदि सेहो लिखैत छथि। अभिव्यक्ति कें विशिष्ट ढंग रहबाक कारणें लोकक बीच बेस चर्चित ओ प्रशंशित ई लप्रेककार साहित्यक संग-संग संगीत आ रंगकर्म सँ सेहो जुड़ल छथि। हिनक रचना नियमित अंतराल पर पत्र-पत्रिका सब मे सेहो प्रकाशित होइत रहैत छनि। अध्ययन-अध्ययापन सँ जुड़ल रहबाक संगहि मैथिली वेबस्टोर टीम Sappymart.com केर संस्थापक सदस्य छथि।
 
मगध विश्वविद्यालय सँ कम्प्यूटरक क्षेत्र मे शिक्षा-दीक्षा प्राप्त कयनिहार गुंजन श्री जावा लेंगवेजक प्राॅफेशनल छथि। सम्प्रति पटना मे रहैत छथि। मिजाज सँ कवि छथि मुदा कविताक संग-संग कथा, समीक्षा, गजल, कहमुकरी आदि-आदि सेहो लिखैत छथि। अभिव्यक्ति कें विशिष्ट ढंग रहबाक कारणें लोकक बीच बेस चर्चित ओ प्रशंशित ई लप्रेककार साहित्यक संग-संग संगीत आ रंगकर्म सँ सेहो जुड़ल छथि। हिनक रचना नियमित अंतराल पर पत्र-पत्रिका सब मे सेहो प्रकाशित होइत रहैत छनि। अध्ययन-अध्ययापन सँ जुड़ल रहबाक संगहि मैथिली वेबस्टोर टीम Sappymart.com केर संस्थापक सदस्य छथि।

12:54, 5 मार्च 2017 का अवतरण

मगध विश्वविद्यालय सँ कम्प्यूटरक क्षेत्र मे शिक्षा-दीक्षा प्राप्त कयनिहार गुंजन श्री जावा लेंगवेजक प्राॅफेशनल छथि। सम्प्रति पटना मे रहैत छथि। मिजाज सँ कवि छथि मुदा कविताक संग-संग कथा, समीक्षा, गजल, कहमुकरी आदि-आदि सेहो लिखैत छथि। अभिव्यक्ति कें विशिष्ट ढंग रहबाक कारणें लोकक बीच बेस चर्चित ओ प्रशंशित ई लप्रेककार साहित्यक संग-संग संगीत आ रंगकर्म सँ सेहो जुड़ल छथि। हिनक रचना नियमित अंतराल पर पत्र-पत्रिका सब मे सेहो प्रकाशित होइत रहैत छनि। अध्ययन-अध्ययापन सँ जुड़ल रहबाक संगहि मैथिली वेबस्टोर टीम Sappymart.com केर संस्थापक सदस्य छथि।

ई मेल :- gunjansir@gmail.com मोबाइल :- 09386907933/09430692729 जालवृत :- www.gunjanshree.com