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कपट द्वेष छलहीन यहाँ के रहने वाले चतुर किसान
दिवस विताते बिताते हैं प्रफुलित चित, करते अतिथि द्विजों का मान ।
नूतन मीठे फल बागों से नित खाने को मिलते हैं ।
देने को फुलेस –सा फुलेस–सा सौरभ पुष्प यहाँ नित खिलते हैं।