Last modified on 6 सितम्बर 2016, at 07:49

घोघ उठिते धरि बिगरि गेलय / नीतीश कर्ण

घोघ उठिते धरि बिगरि गेलय
बात सीधा जे छल नमरि गेलय

बंद बोतल शराब जकाँ छल
ओ खुलिते जेना चहरि गेलय

रूप पछवा देखि सिहकल मोन
पोरे-पोर जेना सिहरि गेलय

मजलिस मे जिनकर चर्चा छल
ओ नजरिमे एखन उतरि गेलै

नीतीशकेँ दूरेसँ सिहावइ छल
ओ दिन छल आब गुजरि गेलय