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चलो मनाएँ पिकनिक / प्रकाश मनु

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चलो, मनाएँ हम भी पिकनिक!

नदी किनारे रामबाग है,
रामबाग है हरा-भरा,
फूलों की घाटी है सुंदर
जैसे जादू वहाँ भरा।
जल्दी चलो, करो तैयारी,
नहीं चलेगी मम्मी, झिक-झिक!

पापा जी भी संग चलेंगे
छुट्टी है, प्यारा इतवार,
दीदी ले लो टेप-रिकार्डर
डांस करूँगा मैं इस बार।
पप्पू घोड़ा बन जाएगा,
फिर दौड़ेगा वह तो तिक-तिक!

खाना-पीना, उछल-कूद भी
मौसम प्यारा-प्यारा है,
आज मनेगी सबकी पिकनिक
यह आदेश हमारा है!
खूब कहकहे आज लगेंगे,
जो रूठेगा, उसको धिक-धिक!