Last modified on 28 अगस्त 2009, at 20:20

चलो सुनाओ नयी कहानी / दिविक रमेश

अगर सुनानी तो नानू बस
झट सुना दो एक कहानी
देर करोगे तो सच कहती
अभी बुलाती हूँ मैं नानी

बोली डोलू बहुत ’बिजी‘ हूँ
तुम तो नानू बिल्कुल खाली
कितने काम पड़े हैं मुझको
नहीं मैं ज्यादा रुकने वाली

टीवी अभी देखना मुझको
होम वर्क अभी करना है
कम्प्यूटर पर अभी खेलना
फोन सहेली से करना है

नानू इसीलिए कहती हूँ
झट कहानी मुझे सुनाओ
चली गई तो पछताओगे
मत इतना नानू इतराओ

नहीं आऊँगी नानू फिर मैं
चॉकलेट भी अगर दिखाओ
शुरू करो अब शुरू करो न
चलो कहानी अभी सुनाओ।

सोचूँगी नानू हैं बुद्धू
अगर सुनाई नहीं कहानी
पुस्तक से ही पढ़ लूँगी मैं
एक नई से नई कहानी।