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चल ततइया ! / कुँअर बेचैन

5 bytes removed, 17:10, 18 नवम्बर 2011
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चल ततइया !
 
काट तन मोटी व्यवस्था का
देश का पइया !
चल ततइया !
 
छोड़ मीठा गुड़
तू वहाँ तक उड़
 
है जहाँ पर क़ैद पेटों में रुपइया !
चल ततइया !!
 
डंक कर पैना
चल बढ़ा सेना
 
थाम तुरही, छोड़कर मीठा पपइया !!
चल ततइया !!
<poem>
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