Last modified on 15 जून 2016, at 03:24

चिडिया चटाचट बोले / ब्रजभाषा

Sharda suman (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 03:24, 15 जून 2016 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKLokRachna |रचनाकार=अज्ञात }} {{KKLokGeetBhaashaSoochi |भाषा=ब्रजभाष...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

   ♦   रचनाकार: अज्ञात

चिडिया चटाचट बोले, पटापट बोले,
बधायो मेरे अँगना में डोले॥-2
पहलो बधायो ससुर घर आयो,
सासु न मुख से बोले, बधायो मेरे अँगना में डोले॥ चिडिया...
दूजो बधायो जेठ...