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चुनमुन खुद को जरा सँभाल / प्रकाश मनु

छोड़ सभी से झगड़ा-झंझट
बिना बात की सबसे खटपट,
गरम पकौड़ी, तीखी चटपट,
कुद करना, कुछ बनना है तो-
बदल जरा तू अपना हाल!
चुनमुन, खुद को जरा सँभाल!

जल्दी उठकर जरा नहा ले
मल-मल सारी मैल बहा ले,
खुद को थोड़ा चुस्त बना ले,
रोज-रोज कुछ दौड़-भाग ले,
चमक उठेंगे गोरे गाल!
चुनमुन, खुद को जरा सँभाल!

मत कर अब ज्यादा शैतानी
रोना, धोना और मनमानी,
सुन सबकी तू राम-कहानी,
देख अचंभे में आ करके
लोग कहें-हो गया कमाल!
चुनमुन, खुद को जरा सँभाल!

इससे मिल, उससे जाकर मिल
हँस जितना चाहे तू खिल-खिल,
प्यार से ही मिलती है मंजिल,
दोस्त बना टिंकू-मिंकू को
पूछ जरा तू उनका हाल!
चुनमुन, खुद को जरा सँभाल!