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चुनावी रंग / गिरीश चंद्र तिबाडी 'गिर्दा'

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यह रंग चुनावी रंग ठेरा, इस ओर चला, उस ओर चला,
तुम पर भी चढ़ा, हम पर भी चढ़ा, जिस पर भी चढ़ा, घनघोर चढ़ा,

गालों पर चढ़ा, बालों पर चढ़ा, मूछों में चढ़ा, दाढ़ी में चढ़ा,
आंखों में चढ़ा, सांसों में चढ़ा, धमनी में चढ़ा, नाड़ी में चढ़ा,

हाथों में चढ़ा, पांवों में चढ़ा, घुटनों में चढ़ा, जोड़ों में चढ़ा,
खुजली में चढ़ा, खांसी में चढ़ा, फुंसी में चढ़ा, फोड़ों में चढ़ा,

आसन में चढ़ा, शासन में चढ़ा, भाषण में उदघाटन में चढ़ा,
न्यासों में-शिलान्यासों में चढ़ा, यशगान-गीत-कीर्तन में चढ़ा,

उल्फत में चढ़ा, हुज्जत में चढ़ा, फोकट में चढ़ा, कीमत में चढ़ा,
मंदिर में चढ़ा, मस्जिद में चढ़ा, पूजा में चढ़ा, मन्नत में चढ़ा,

पुडि़या में चढ़ा, गुड़िया में चढा़, पव्वे में चढ़ा, बोतल में चढ़ा,
कुल्हड़ में चढ़ा, हुल्लड़ में चढ़ा, कुल देखो तो टोटल में चढ़ा,

चहुं ओर चढ़ा, घनघोर चढा, झकझोर चढ़ा, पुरजोर चढ़ा,
यह रंग चुनावी रंग ठैरा, इस ओर चढ़ा, उस ओर चढ़ा ।।