Last modified on 4 अक्टूबर 2015, at 02:27

छोटा अन्ने / चंद्रदत्त 'इंदु'

Anupama Pathak (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 02:27, 4 अक्टूबर 2015 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=चंद्रदत्त 'इंदु' |अनुवादक= |संग्रह=...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

छोटा अन्ने, मीठे गन्ने
बड़े मजे से खाता,
कोई उससे गन्ना माँगे
उसको जीभ चिढ़ाता!
मम्मी बोली-‘अन्ने बेटा,
मुझको दे दो गन्ने!’
‘ये कड़वे हैं, तुम मत खाओ!’
झट से बोला अन्ने।