छोड़ मुझे
वापिस कर दे मुझे, वरोनिझ<ref>रूस का एक नगर जहाँ कवि को 1934 में उसक कविताओं के कारण सरकार ने तीन वर्षों के लिए निर्वासित कर दिया था ! </ref>
तू मुझे गिरा देगा
या खो देगा
या मुझे कोई चुरा लेगा
या अन्तत:
तू मुझे लौटा ही देगा
वरोनिझ, तू कौन है
एक भ्रम है
वरोनिझ, तू नोझ<ref>चाकू (रूसी भाषा का शब्द है)</ref> है
वरोन<ref>कौआ (रूसी भाषा का शब्द है)</ref> है
रचनाकाल : अप्रैल 1935
शब्दार्थ
<references/>