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जद-जद आवै थांरी हर हेमजी/ सांवर दइया

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28-03-1981: स्व. हेमाराम शर्मा खातर

जद-जद आवै थांरी हर हेमजी
नैणा आवै आंसू भर हेमजी

थां ताण ओप आवती उणियारै
म्हांनै गया अडोळा कर हेमजी

म्हां मेल राख्यो है घणै जतन सूं
थां दियो आंसू धन अमर हेमजी

मिलां-मुळकां-बतळावां पण कांई
थां बिन सूनो औ मन-घर हेमजी

घणी’ज आछी करी ओ आछोड़ा
छांनै-सी गया चोट कर हेमजी