Last modified on 18 मई 2021, at 20:47

जनता से नाता न रखेंगे कब तक अच्छे लोग / डी. एम. मिश्र

Dkspoet (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 20:47, 18 मई 2021 का अवतरण

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

जनता से नाता न रखेंगे कब तक अच्छे लोग?
राजनीति से दूर रहेंगे कब तक अच्छे लोग?

आग लगी है आप वहां ए सी का लेते लुत्फ़
सच से मुंह को मोड़ रखेंगे कब तक अच्छे लोग?

आप सुखी संसार सुखी, वाला सिद्धांत भी खूब
अपने काम से काम रखेंगे कब तक अच्छे लोग?

उधर बिगौना बीच सड़क पर आकर के गुर्राय
घर के भीतर क़ैद रहेंगे कब तक अच्छे लोग?

चोर -उचक्के देखो सिंहासन तक पहुंच गये
इतना सब कुछ सहन करेंगे कब तक अच्छे लोग?

देखो उन फ़नकारों को कितने हैं आत्मविभोर?
रस में डूबे कवित रचेंगे कब तक अच्छे लोग?

समय सवाल करेगा इक दिन याद रहे यह बात
सुविधाभोगी कहलायेंगे कब तक अच्छे लोग?