भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
जनरल पिनोशे का एक प्रशंसक / भारत भूषण तिवारी / मार्टिन एस्पादा
Kavita Kosh से
जनरल पिनोशे का एक प्रशंसक लिखता है जनरल पिनोशे की
वेबसाइट पर जनरल पिनोशे को जन्मदिन की मुबारकबाद देने के लिए
आपको जन्मदिन की शुभकामनाएँ देना मेरे लिए बेहद गौरव की बात है
बहुत खास दिनों में एक जो दिन है आज, उस दिन गद्दारों की बातों पर
बिलकुल कान न दें
और साफ अन्तःकरण से आनन्द लें उत्सव का
पता नहीं कब तक वाम के अवांछित
तंग करते रहेंगे चीले के मुक्तिदाता को
वे हर कहीं है: टेलीविजन, किताबें
रिसाले, अखबार, जैसे कि उनसे बदल जाएगा
इतिहास, पर नहीं मेरे महान जनरल!
वो हैं जानवर रात में घूरे पर मँडराते हैं
और दिन में शफ़्फ़ाफ कबूतरों में बदल जाते हैं ।