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जब वो मुझसे मिलना आया / मोहम्मद इरशाद

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जब वो मुझसे मिलने आया
मुझे जैसा ही बनके आया

बुलवाने पर जो न आया
आज वो ख़ुद ही चलके आया

ख़ुशियों से वो दूर रहा है
गम में शामिल होने आया

लौट के अब न जायेगा वो
सपनों में रंग भर के आया

छोड़ के फिर न जाऊँगा मैं
लौट के गर मैं अबके आया