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जहाँ आदमी आदमी होता है / केदारनाथ अग्रवाल

जहाँ
     आदमी
               आदमी होता है,
यहाँ
 — आप नहीं — 
 आपके आदमी होने का
धोखा होता है ।

06 अगस्त 1980