Last modified on 17 दिसम्बर 2009, at 20:47

जिन लोगों ने पत्थर मारे / विनोद तिवारी

KKCatGhazal


जिन लोगों ने पत्थर मारे
उनमें कुछ अपने शामिल थे

हर अभाव की तथा कथा में
कुछ सुन्दर सपने शामिल थे

पूजाघर में चोर -उच्चके
राम-नाम जपने शामिल थे

गहन स्वार्थों की साज़िश में
हम मरने-खपने शामिल थे