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"जियरा म आवा थै घुंघुटवा उघारी / बोली बानी / जगदीश पीयूष" के अवतरणों में अंतर

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जियरा म आवा थै घुंघुटवा उघारी
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मोहें गहना ना गढ़ावा
पनवा खवाई तोर गलवा निहारी
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मोहें टोनवा ना लगावा
पिंजरा म सुगना फँसाव मैना
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तनी जियरा कै अगिया बुताव मैना
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तोहका बोलावा थै फुलान अरहरिया
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मोहें झारा नाहीं लइके लोहबान मितवा
पियरा कै खेतवा कोहान दुपहरिया
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मोहें मारा न नजरिया कै बान मितवा
लाल लाल एडरी देखाव मैना
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तनी जियरा...
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लुका छिपी खेली चला नदिया किनारे
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हरिना अंखिया चोरावे
मछरी क मन भवा कटिया सहारे
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चन्दा गलवा चोरावे
अंगुरी से अंगुरी छुवाव मैना
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तनी जियरा...
+
  
निंदिया न आवे मुला आवा थै सपनवा
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कोयल बोलिया चोराय छेड़ै तान मितवा
पतरी कमरिया बड़रे नयनवा
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मोहें मारा नजरिया कै बान मितवा
अंजुरी से पनिया पियाव मैना
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तनी जियरा
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सुआ नकिया चोरावे
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बिजुरी दंतवा चोरावे
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मोरे सजना चोरावा थें परान मितवा
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मोहें मारा न नजरिया कै बान मितवा
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उन्नीस
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खेली चाही जहाँ घर अंगना दुवारे
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पिपरा की छहियाँ लुकाइके किनारे
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गांव रांव नदिया नहान कै पिया
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हे हो सुधि आवे खेत खरिहान कै पिया
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उक्का बोक्का ताला माला पानी बड़ा बरसा
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भइया की पिठिया पे चढ़ि के मदरसा
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बड़ी भंई लाज खानदान कै पिया
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हे हो सुधि आवे खेत खरिहान कै पिया
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सासुजी क ताना ननदिया क बोली
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जियरा न निकसै समाय जाय गोली
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चिरई कि तांई रामबान कै पिया
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हे हो सुधि आवे खेत खरिहान कै पिया
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यहै बड़ी भाग कि मिला है पिया चोखा
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जियरा डेराय न सुनाय कबौ धोखा
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खटिया पै निंदिया मचान कै पिया
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हे हो सुधि आवे खेत खरिहान कै पिया
  
 
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09:18, 18 मार्च 2019 के समय का अवतरण

मोहें गहना ना गढ़ावा
मोहें टोनवा ना लगावा

मोहें झारा नाहीं लइके लोहबान मितवा
मोहें मारा न नजरिया कै बान मितवा

हरिना अंखिया चोरावे
चन्दा गलवा चोरावे

कोयल बोलिया चोराय छेड़ै तान मितवा
मोहें मारा न नजरिया कै बान मितवा

सुआ नकिया चोरावे
बिजुरी दंतवा चोरावे

मोरे सजना चोरावा थें परान मितवा
मोहें मारा न नजरिया कै बान मितवा

उन्नीस

खेली चाही जहाँ घर अंगना दुवारे
पिपरा की छहियाँ लुकाइके किनारे
गांव रांव नदिया नहान कै पिया
हे हो सुधि आवे खेत खरिहान कै पिया

उक्का बोक्का ताला माला पानी बड़ा बरसा
भइया की पिठिया पे चढ़ि के मदरसा
बड़ी भंई लाज खानदान कै पिया
हे हो सुधि आवे खेत खरिहान कै पिया

सासुजी क ताना औ ननदिया क बोली
जियरा न निकसै समाय जाय गोली
चिरई कि तांई रामबान कै पिया
हे हो सुधि आवे खेत खरिहान कै पिया

यहै बड़ी भाग कि मिला है पिया चोखा
जियरा डेराय न सुनाय कबौ धोखा
खटिया पै निंदिया मचान कै पिया
हे हो सुधि आवे खेत खरिहान कै पिया