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जीवन / उर्मिल सत्यभूषण

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जीवन एक सरिता है
बहने दो, रोको मत
जीवन एक कविता है
कहने दो, रोको मत
जीवन एक पौधा है
बढ़ने दो रोको मत
जीवन एक पुस्तक है
पढ़ने दो, रोको मत
जीवन एक नाटक है
चलने दो रोको मत
जीवन एक सपना है
पलने दो, रोको मत
जीवन एक कर्म है
होने दो, रोको मत
जीवन यदि बोझ है
ढोने दो, रोको मत।