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जीवित राख्न यो दुनियाँ / सुमन पोखरेल

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जीवित राख्न यो दुनियाँ
मैले बाँच्नु छ सँधै यहाँ

न हिजो थियो केही
न हुनेछ भोली यहाँ
म छु र जीवित छ संसार
म छुइनँ त के छ यहाँ

जे छ वरिपरि छ
म घुम्दछु जहाँ जहाँ
छुइनँ म जुन ठाउँ
छैन केही नै त्यहाँ

दुनियाँको जग थाम्ने
एक शक्ति केवल मैँ हुँ
हिम्मत छोडे मैले
रहन्छ संसार कहाँ?

न दु:ख छ कहीँ कतै
न खुसी छ म नहुँदा
जे छ सबै मैमा छ
नत्र कहाँ छ दुनियाँ?