Last modified on 3 जुलाई 2023, at 04:57

जेनोसाइड / मीता दास

Neeraj Daiya (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 04:57, 3 जुलाई 2023 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=मीता दास |संग्रह= }} {{KKCatKavita}} <poem> आती है...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

आती हैं खबरें हत्याओं की
आए दिन
मीडिया उछालता है
माफिया के मानिंद
और सब सोये रहते हैं
चद्दर तान
इक्के-दुक्के बहस
रैली
नाकाम
जहर बुझे तीर चलती हैं
प्रगतिवाद, वाम, दाम
धेले भर आंसू
चीत्कार
और लूटा/ पिटा
मानववाद मर जाता है।