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"जो कुछ भी मैंने कहा, उसे वापस लेता हूँ / निकानोर पार्रा / अनिल अनलहातु" के अवतरणों में अंतर

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मैं ख़त्म करने की बात नहीं करता हूँ  
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विदा लेने के पहले
मुझे इस सिलसिले में कोई ग़लतफ़हमी नहीं है
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कहना चाहता हूँ मैं अपनी आख़िरी इच्छा
मैं कविता लिखते रहना चाहता था
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लेकिन प्रेरणा ख़त्म हो गई  
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कविता का बरताव ठीक-ठाक था
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मेरा ही चलन बिल्कुल बेकार था ।
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यह कहने से क्या फ़ायदा
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कि मेरा बरताव ठीक था
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और कविता को ही तमीज़ नहीं थी
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जब सबको पता है कि ग़लती मेरी है ?
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मूरख की क़िस्मत में यही रहता है !
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प्यारे पाठको !
कविता का बरताव ठीक-ठाक था  
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जला डालो इन पुस्तकों  को
मेरा ही चलन बिल्कुल बेकार था
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कि इनमें वह बिलकुल भी नहीं है
कविता मेरे साथ ख़त्म होती है ।  
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जो मैं कहना चाहता था ।
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यद्यपि यह मेरे खून की स्याही से
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लिखी हुई है,
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फिर भी यह वह नहीं है
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जो मैं कहना चाहता था
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क्या कोई मुझसे भी ज्यादा अभागा होगा
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जिसने अपनी परछाईं से ही
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मुँह की खाई ?
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मेरे शब्दों ने ही मुझसे बदला लिया ।
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क्षमा करें प्यारे पाठक !
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अगर मैं आपसे गले लगकर विदा
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न ले पाऊँ तो,
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मैं अपनी उदास मुस्कराहटों के साथ
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विदा लेता हूँ ,
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शायद मैं ऐसा ही हूँ ;
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किन्तु मेरे आख़िरी शब्द याद रखें
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कि मैं वह सब वापस लेता हूँ
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जो मैंने कहा ,
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इस संसार में होने की
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अपनी समस्त कड़वाहटों के साथ
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मैं वह सब कुछ वापस लेता हूँ
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जो मैंने अब तक कहा
  
 
'''अँग्रेज़ी से अनुवाद : अनिल अनलहातु'''
 
'''अँग्रेज़ी से अनुवाद : अनिल अनलहातु'''

01:47, 30 सितम्बर 2022 के समय का अवतरण

विदा लेने के पहले
कहना चाहता हूँ मैं अपनी आख़िरी इच्छा ।

प्यारे पाठको !
जला डालो इन पुस्तकों को
कि इनमें वह बिलकुल भी नहीं है
जो मैं कहना चाहता था ।

यद्यपि यह मेरे खून की स्याही से
लिखी हुई है,
फिर भी यह वह नहीं है
जो मैं कहना चाहता था ।

क्या कोई मुझसे भी ज्यादा अभागा होगा
जिसने अपनी परछाईं से ही
मुँह की खाई ?
मेरे शब्दों ने ही मुझसे बदला लिया ।

क्षमा करें प्यारे पाठक !
अगर मैं आपसे गले लगकर विदा
न ले पाऊँ तो,
मैं अपनी उदास मुस्कराहटों के साथ
विदा लेता हूँ ,
शायद मैं ऐसा ही हूँ ;

किन्तु मेरे आख़िरी शब्द याद रखें
कि मैं वह सब वापस लेता हूँ
जो मैंने कहा ,
इस संसार में होने की
अपनी समस्त कड़वाहटों के साथ
मैं वह सब कुछ वापस लेता हूँ
जो मैंने अब तक कहा ।

अँग्रेज़ी से अनुवाद : अनिल अनलहातु


लीजिए, अब यही कविता अँग्रेज़ी अनुवाद में पढ़िए
                     Nicanor Parra
     I TAKE BACK EVERYTHING I´VE SAID

Before I go
I'm supposed to get a last wish:
Generous reader
burn this book
It's not at all what 1 wanted to say
Though it was written in blood
It's not what I wanted to say.

No lot could be sadder than mine
I was defeated by my own shadow:
My words took vengeance on me.

Forgive me, reader, good reader
If I cannot leave you
With a warm embrace. I leave you
With a forced and sad smile.

Maybe that's all I am
But listen to my last word:
I take back everything I`ve said.
With the greatest bitterness in the world
I take back everything I`ve said.

Translated by Miller Williams

लीजिए, अब यही कविता मूल स्पानी भाषा में पढ़िए
                      Nicanor Parra
     ME RETRACTO DE TODO LO DICHO

Antes de despedirme
Tengo derecho a un último deseo:
Generoso lector
...................... quema este libro
No representa 1o que quise decir
A pesar de que fue escrito con sangre
No representa lo que quise decir.

Mi situación no puede ser más triste
Fui derrotado por mi propia sombra:
Las palabras se vengaron de mí.

Perdóname lector
Amistoso lector
Que no me pueda despedir de ti
Con un abrazo fiel:
Me despido de ti
con una triste sonrisa forzada.

Puede que yo no sea más que eso
pero oye mi última palabra:
Me retracto de todo lo dicho.
Con la mayor amargura del mundo
Me retracto de todo lo que he dicho.