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"झूठ तै मैं बोलूं कोन्या झूठ की म्हारै आण / हरियाणवी" के अवतरणों में अंतर

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दूधी की धार मारूं माता नै कदे तू गुमानी भूल नहीं जा
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झूठ तै मैं बोलूं कोन्या झूठ की म्हारै आण
याद दिलांऊ सूं अक आवैगी अब नई बहूरानी बेटा भूल नहीं जा
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पानीपत के टेसण ऊपर मींडक बांटै बाण
भाई का सुखी हो सरीर, जुग जुग जीवो मेरा बीर
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एक अचंभा मन्नै सुण्या यो कुत्ता कपडणे धोवै
याद दिलाऊं सूं अक मां जाई की या सै निसानी बीरा भूल नहीं जा
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ओबरै में म्हैस जुगालै ऊंट पिलंग पै सोवै
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झूठ तै मैं बोलूं कोन्या...
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कीड़ी मरी पहाड़ पै खींचण चले चमार
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दो सै जोड़ी जूती बणगी सांटै कई हजार
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झूठ तै मैं बोलूं कोन्या...
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कुतिआ चाली बिजार में गलै बांध के ईंट
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बिजार के बणिए न्यूं उठ बोलैं ताई लता लेगी क छींट
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झूठ तै मैं बोलूं कोन्या...
 
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20:07, 14 जुलाई 2014 के समय का अवतरण

झूठ तै मैं बोलूं कोन्या झूठ की म्हारै आण
पानीपत के टेसण ऊपर मींडक बांटै बाण
एक अचंभा मन्नै सुण्या यो कुत्ता कपडणे धोवै
ओबरै में म्हैस जुगालै ऊंट पिलंग पै सोवै
झूठ तै मैं बोलूं कोन्या...
कीड़ी मरी पहाड़ पै खींचण चले चमार
दो सै जोड़ी जूती बणगी सांटै कई हजार
झूठ तै मैं बोलूं कोन्या...
कुतिआ चाली बिजार में गलै बांध के ईंट
बिजार के बणिए न्यूं उठ बोलैं ताई लता लेगी क छींट
झूठ तै मैं बोलूं कोन्या...