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झूला डरो कनक मदिर मे / बुन्देली

   ♦   रचनाकार: अज्ञात

झूला डरो कनक मंदिर में
झूलें अवध बिहारी ना।
राम लक्षिमन झूला झूलत,
सिया दुलारी ना। झूला...
भरत शत्रुहन मारत पेंगे,
हनुमत, झलत बयारी ना। झूला...
कोयल कूकत नाचत मोरा,
शोभा देख निराली ना। झूला...
सखियां सबरी कजरी गावे,
खुशियां छाई ना। अवध में...