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टाढा टाढा जानु छ साथी / बच्चु कैलाश

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टाढा टाढा, जानु छ साथी, एकफेर हाँसिदेऊ
छुटिसकेको मायालाई साथी एकफेर गाँसिदेऊ

यो फूलबारी उजाडिएला, केही छिन बसेथ्यौ
बहानै सही आँखामा आँसु, लिएर रोएथ्यौ

कहीँ गएर अल्मल्लिएर, भूलेर बसौँला
कहिले काहीँ सम्झना आए, रोएर टारौँला