Last modified on 17 फ़रवरी 2022, at 15:22

डाँडापारी हिउँ परेछ / अम्बर गुरुङ

Sirjanbindu (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 15:22, 17 फ़रवरी 2022 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार= अम्बर गुरुङ |अनुवादक= |संग्रह= }} {{KKCa...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

डाँडापारी हिउँ परेछ डाँडावारि पानी
एकै चरण गीत सुनिदेऊ दिलकी मेरी रानी

घाम र पानी लुछाछुडी जिन्दगीको बाटो
दुई झरीको साथ देऊ केलाई गर्छौ फाटो बरिलै

मनमा मेरो वेदना छ मुखमा मेरो हाँसो
गएपनी राखिदेऊ है मेरो माया नासो बरिलै