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डूब / स्वाति मेलकानी

डूब रही हूँ धीरे-धीरे और
तैरना भूल रही हूँ।
कई किनारे प्रस्तुत हैं पर
मुझको पार पहुँचना कब है
मेरा डूबना निश्चित अब है।