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डोरी डार दे महल चढ़ि आवै / बघेली

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बघेली लोकगीत   ♦   रचनाकार: अज्ञात

डोरी डार दे महल चढ़ आवै रसिया
डोरी डार दे
जब के रसिया गोइड़वा मां आई
बाढ़ि उठीं बैरिन नदिया - डोरी डार दे
डोरी डार दे महलि चढ़ि आवइं रसिया
जब के रसिया दुअरवा मां आई
भूंकि उठि बैरिन कुतिया - डोरी डार दे
डोरी डार दे महलि चढ़ि आवइं रसिया
जब कै रसिया बरोठवां मां आई
धाइ परीं महतारी बिटिया - डोरी डार दे
डोरी डार दे महलि चढ़ि आवइं रसिया
जब कै रसिया अंगन बिच आई
मारि दिहिनि बैरिनि बिछिया - डोरी डार दे
डोरी डार दे महलि चढ़ि आवइं रसिया
जब कै रसिया सेजरिया मां आई
टूटि परीं बैरिनि खटिया - डोरी डार दे
डोरी डार दे महलि चढ़ि आवइं रसिया
डोरी डार दे