भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

ढाई आखर बाँचो तो / ज्ञानेन्द्र मोहन 'ज्ञान'

Kavita Kosh से
Sharda suman (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 11:39, 4 सितम्बर 2020 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKPustak |चित्र= |नाम=ढाई आखर बाँचो तो |रचनाकार=ज्ञा...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

ढाई आखर बाँचो तो
General Book.png
क्या आपके पास इस पुस्तक के कवर की तस्वीर है?
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
रचनाकार ज्ञानेन्द्र मोहन 'ज्ञान'
प्रकाशक श्वेतवर्णा प्रकाशन, दिल्ली
वर्ष 2020
भाषा हिन्दी
विषय
विधा गीत
पृष्ठ 68
ISBN 978-93-90135-31-8
विविध
इस पन्ने पर दी गई रचनाओं को विश्व भर के स्वयंसेवी योगदानकर्ताओं ने भिन्न-भिन्न स्रोतों का प्रयोग कर कविता कोश में संकलित किया है। ऊपर दी गई प्रकाशक संबंधी जानकारी छपी हुई पुस्तक खरीदने हेतु आपकी सहायता के लिये दी गई है।

इस पुस्तक में संकलित रचनाएँ