भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

तुझे चांद कहूं या सूरज / जगदम्बा चोला

Kavita Kosh से
Lalit Kumar (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 14:41, 17 सितम्बर 2015 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=जगदम्बा चोला |अनुवादक= |संग्रह= }} {{KK...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

तुझे चांद कहूं या सूरज
तुझे दीप कहूं या तारा,
मेरा नाम करेगा रोशन
जग में मेरा राजदुलारा!
मेरे सपने सजे हैं तुझसे
मेरी आंखों के तारे,
मेरी दुनिया रोशन तुझसे
तुझे ला दूं चांद-सितारे।
तुझे मुन्ना कहूं या राजा
तू बेटा मेरा प्यारा,
मेरा नाम करेगा रोशन,
जग में मेरा राजदुलारा!
अब सो जा मेरे मुन्ना
मैं तुझे सुनाऊं गाना,
थपकी दे लोरी गाऊं
तुझे सपना आए सुहाना।
तुझे लाल कहूं या उजाला
मेरे घर का है उजियारा,
मेरा नाम करेगा रोशन
जग में मेरा राजदुलारा!