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"तुझे पाया अपने को खोकर / गुलाब खंडेलवाल" के अवतरणों में अंतर

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*[[सत्य कहना, हे जगदाधार! / गुलाब खंडेलवाल]]
 
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20:47, 28 मई 2010 का अवतरण

दिया जग को तुझसे जो पाया
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रचनाकार गुलाब खंडेलवाल
प्रकाशक
वर्ष
भाषा हिन्दी
विषय
विधा गीत
पृष्ठ
ISBN
विविध
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