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तुझ बिन ब-चमन हर-ख़सो-हर-ख़ार परीशाँ / सौदा

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तुझ बिन ब-चमन हर-ख़सो-हर-ख़ार परीशाँ
हैरान है नरगिस, गुलो-गुलज़ार परीशाँ

गह कुफ़्र का माइल है ये दिल, गह सुए-इस्लाम
है दर-तलब सुबह-ओ-ज़ुन्नार परीशाँ

मैं हाले-दिल इस वास्ते करता नहीं इज़हार
ता ग़म न करे ख़ातिरे-ग़मख़्वार परीशाँ

अख़्तर न समझियो, ये मिरी आहे-शररबार
होती है फ़लक पर ब-शबे-तार परीशाँ

उस जिंस का इन्साँ है तू प्यारे कि तुझे देख
युसुफ़ की हो जमैयते-बाज़ार परीशाँ

सुंबुल से सबा किसकी आई ब-क़फ़स बू
है ज़मज़म-ए-मुर्गे-गिरफ़्तार परीशाँ

दी नाज़ ने रुख़सत न टुक इधर जो वो देखे
उस पर कि सदा है नज़र-ए-यार परीशाँ