तेरे मेरे बीच
कुछ घूमता है !
ना तुम्हारे पास थमता है
ना मेरे पास !
यह क्या है
तेरे मेरे बीच
जो भ्रमणरत है ?
इस को कोई नाम देते
डर क्यों लगता है ?
अनुवाद-अंकिता पुरोहित "कागदांश"
तेरे मेरे बीच
कुछ घूमता है !
ना तुम्हारे पास थमता है
ना मेरे पास !
यह क्या है
तेरे मेरे बीच
जो भ्रमणरत है ?
इस को कोई नाम देते
डर क्यों लगता है ?
अनुवाद-अंकिता पुरोहित "कागदांश"