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तूँ किद्धरों आया / बुल्ले शाह

तूँ किद्धरों आया, किद्धर जाणा,
आपणा दस्स ठिकाणा।
जिस ठाणे दा तूँ माण करें,
तेरेनाल ना जासी ठाणा।
जुल्म करें तूँ लोक सतावें,
कसब<ref>हुनर</ref> फड़ेओ लुट खाणा।
महबूब<ref>प्यारा</ref> सुजानी<ref>सूझवान</ref> करे असानी,
खौफ जाए मलकाणा।
शहर खामोशाँ दे चल्ल वसीए,
जित्थे मुलक समाणा।
भर भर पूर लँघावे डाढा,
मलकुल-मौत<ref>मौत का फरिश्ता</ref> मुहाणा।
कर लै चावर चार दिहाड़े,
ओड़क तूँ उठ जाणा।
एहना सभनाँ थीं एह बुल्ला,
गुनहगार पुराणा।
तूँ किद्धरों आया, किद्धर जाणा,
आपणा दस्स ठिकाणा।

शब्दार्थ
<references/>