Last modified on 15 नवम्बर 2012, at 20:57

तूं कद आसी / गोरधनसिंह शेखावत

Kailash Pareek (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 20:57, 15 नवम्बर 2012 का अवतरण

तूं कद आसी
अलूणी बाहां सूं बंध्योड़ा
थारी गाढी प्रीत रा
रंगीला सपनां नै
ओळू आवण लागी
सावण सा मीठा होठां पर
थारी हेत री लगायोड़ी लाली री
रंग उतरबा लाग्यो
तूं कद आसी

गोखा रै सारै
थारा हाथ सूं लगायोड़ी
सुरजमुखी रै फूल आग्या
बाट जोवतां-जोवतां
म्हारो मन
सूखी फळी सो तिड़कण लाग्यो
तूं कद आसी

थारै बिना आ देह
बंजड़ धरती सी लागै
थारै बिना आ उमर
करज लियोड़ै धन सी लागै
थारै बिना अै गीत
जेठ री बळती लूवां सा लगै
तूं कद आसी

रोज थारै प्रीत रै देवरै माथै
रूप री प्याली
चोढ़तां-चोढ़ता
म्हारी देह सूखगी
हेत रै चूरमै री पिंडी
पड़ी-पड़ी सूखण लागी
तूं कद आसी