तेरे पास पहुँचने की आशा में
मैं निरंतर चलता जा रहा हूँ
पर तू केंद्र में खडा मुस्कुरा रहा है,
और मैं परिधि के चक्कर लगा रहा हूँ
तेरे पास पहुँचने की आशा में
मैं निरंतर चलता जा रहा हूँ
पर तू केंद्र में खडा मुस्कुरा रहा है,
और मैं परिधि के चक्कर लगा रहा हूँ